Tuesday, July 13, 2010

शुरू हुई - स्कूल में ग्रुप स्पीच थिरेपी



आज मै नए सत्र (२०१०-११) से स्कूल में बच्चो के साथ ग्रुप स्पीच थिरेपी करने के लिए गया | जब मै पहले इस स्कूल में जाता था, तो कूल १५ बच्चो के साथ ग्रुप स्पीच थिरेपी करता था , लगभग सात महीने इन बच्चों के साथ काम करने के बाद बच्चों की स्पीच रिकवर हो गयी , पर अभी भी कुछ बच्चे है, जिनके साथ काम करने की जरूरत है | और आज उन्ही बच्चों के स्पीच थिरेपी किया | मैंने ये सारी बाते स्कूल की प्रधानाचार्य (श्रीमती अरूणा ) को बताया | चित्र में शोभा फ्लैश कार्ड से और बच्चों को स्पीच थिरेपी करा रही है | आज शोभा ने बताया की जब हम प्रधानाचार्या के कमरे में जाते है तो 'मैडम ' शब्द नहीं बोल पाते | इसी तरह शोभा ने अन्य कई अनुभव बच्चों व हमारे साथ शेयर किया |

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