समग्र आश्रम में नवीन (काल्पनिक नाम ) जी देहरादून से आए , नवीन को जान पास्किविच की फ़िल्म दिखाया गया | नवीन ने बताया की हमें बोलने में कभी-कभी रूकावट होती है, नवीन ने यह भी बताया की मैंने दो-तीन बार स्पीच थिरेपी लिया (किसी अन्य जगह से ), लेकिन हमें कोई फायदा नही हुआ है |नवीन को हकलाने के बारे में पढ़ने के लिए आर्टिकल दिया गया तथा बताया गया की आपको नियमित रूप से नव से दस महीने स्पीच थिरेपी लेनी होगी तथा इसके अलावा आपको घर पर भी स्पीच थिरेपी का अभ्यास करना होगा |
vaah kyaa hindi likhee hai
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